क्या अब मेरे, सुख भरे दिन नहीं लौटेगें? क्या अब मेरे कर्ण , उस ध्वनि को नहीं सुन पाय क्या अब मेरे, सुख भरे दिन नहीं लौटेगें? क्या अब मेरे कर्ण , उस ध्वनि को...
मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर्फ रोटियां सेंक मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर...
जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है, मां, बहन जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है...
यह फ़क्र नही यह फर्क है। यह फ़क्र नही यह फर्क है।
पास आओ ना पास आओ ना
Afraid of expressing ourselves Afraid of expressing ourselves